Saturday, December 10, 2011

अन्तर्राश्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर यातना व संगठित हिंसा के खिलाफ रैली

आज 10 दिसम्बर, 2011 को मानवाधिकार जननिगरानी समिति द्वारा जिला मुख्यालय, कचहरी, वाराणसी पर ‘‘विश्व मानवअधिकार दिवस’’ पर रैली का आयोजन हुआ। जिसमें सोनभद्र, अम्बेडकरनगर, मेरठ, अलीगढ़, मुरादाबाद, कोडरमा एवं वाराणसी के विभिन्न ब्लाकों (हरहुआ, पिण्डरा, चिरईगाँव, बड़ागाँव, आराजीलाईन, काशी विद्यापीठ, आदि) के कई गाँवों से 300 से अधिक लोगों ने भागीदारी की। यह रैली सर्किट हाउस, कमिश्नरी, जे0पी0 मेहता इण्टर कालेज, अम्बेडकर चैराहा गोलघर होते हुए पुनः सर्किट हाउस पर समाप्त हुई।

विभिन्न ग्रामीण ईलाकों से आये जन समुदाय यातना अब और नही, कहीं नहीं, कभी नहीं। यातना रहित जीवन मानव का अधिकार है। यातना के विरूद्ध संघर्ष करें, यातना व संगठित हिंसा मुक्त समाज बनाये। 10 दिसम्बर विश्व मानवाधिकार दिवस जिन्दाबाद आदि नारे बुलन्द कर अपनी आवाज सरकार तक पहुँचाने की पुरजोर कोशिश की।

इस मौके पर महामहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित माँग पत्र हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया। 50 हजार हस्ताक्षर युक्त माँग पत्र भेजा जा रहा है, जिसमें निम्नवत् मांगे है:-

 यातना पर संयुक्त राश्ट्र कन्वेंषन ;न्छब्।ज्द्ध का अनुमोदन किया जाय।  यातना और संगठित हिंसा के षिकार पीडि़तों की पुनर्वासन नीति बनायी जाय।  संयुक्त राश्ट्र कन्वेंषन UNCAT के मद्देनजर यातना पर घरेलू कानून अविलम्ब बनाया जाय।  पुलिस हिरासत में हुई मौतों की जाँच सी0आर0पी0सी0 की धारा 176 (1) (ए) के तहत् न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा कराई जाए।

महामहिम राष्ट्रपति को भेजा जा रहा है। वंचितों के अधिकार पर उत्तर प्रदेश चुनाव में सभी राजनैतिक दलों को जनता का घोषणा पत्र भेजा जा रहा है।http://www.blogger.com/img/blank.gif

रैली का नेतृत्व पी0यू0सी0एल0 के प्रान्तीय अध्यक्ष श्री चितरंजन सिंह एवं इकोनामिक टाइम्स के पत्रिका के वरिष्ठ पत्रकार श्री नागेश्वर पटनायक ने किया। वही मानवाधिकार के संघर्षो को बढ़ाने वाले कई सम्मानित दुर्योधन रेड्डी, महातिम मुसहर, मंगला राजभर, मो0 सलीम अंसारी, रामकृपाल, मुर्हरम अली, डा0 लेनिन, श्रुति, जय कुमार मिश्रा, अजय सिंह, शिरिन शबाना खान, उपेन्द्र कुमार, अनूप श्रीवास्तव, राजीव कुमार सिंह, मृत्युंजय सिंह, आसीफ जावेद खान, विजय कुमार, सत्य प्रकाश देव पाण्डेय, मनोज कुमार सिंह, शिव प्रताप चैबे, मीना, छाया, ओमकार, तुकनरायन, कात्यायिनी, चन्द्रशेखर, रोहित आदि मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हुए।

PLease see the glimpse: https://picasaweb.google.com/104017757952983176993/10December?authkey=Gv1sRgCM243Mqa1p3EOg&feat=email


Newspaper clipping:

 
10 Dec